मार्क्सवादी दृष्टिकोन: बी.आर. अम्बेडकर
मार्क्सवादी दृष्टिकोन: बी.आर. अम्बेडकर मार्क्सवाद विचारधारा एक व्यापक सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक प्रणाली है जो विभिन्न भूमिकाओं में महत्वपूर्ण अंश रखती है। यह दृष्टिकोन कार्ल मार्क्स और फ्रेड्रिक एंगेल्स द्वारा विकसित किया गया था और विश्व भर में समाजवाद और विश्वविद्यालयी चिंतन का महत्वपूर्ण स्रोत है। भारतीय समाज और राजनीति में मार्क्सवाद का प्रभाव सामान्यतया दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में कम है, लेकिन बी.आर. अम्बेडकर के दृष्टिकोन में मार्क्सवादी तत्वों का महत्वपूर्ण योगदान था। आंबेडकर और मार्क्सवादी दृष्टिकोन का सम्बन्ध: 1. आर्थिक न्याय: आंबेडकर को लगता था कि समाजिक असमानता के पीछे मुख्य वजह आर्थिक असमानता थी। वे समझते थे कि भूमि, संसाधन, और समाज के संरचनात्मक संगठन के साथ एक समावेशी रूप से जुड़े हुए हैं। मार्क्सवाद के सिद्धांतों के आधार पर, आंबेडकर ने भूमि सुधार, न्यायपूर्वक आर्थिक वितरण, और नौकरी और शिक्षा के समान अवसरों की प्रोत्साहन के लिए समर्थन किया। इन मुद्दों के सम्बंध में, उन्होंने बड़ी धैर्यवाद और ध्येयवादी नीतियां दी। 2. वर्ग संघर्ष और जाति अत्याचार: आंबेडकर ने म